जब कोई लेखक अपनी पुस्तक, शोध या साहित्यिक रचना प्रकाशित करना चाहता है, तो उसके सामने केवल लेखन या संपादन की चुनौती ही नहीं होती, बल्कि कई कानूनी पहलू भी होते हैं।
इनमें सबसे महत्वपूर्ण हैं – ISBN (International Standard Book Number), कॉपीराइट (Copyright) और प्रकाशन से जुड़े कानूनी नियम।
इनका ज्ञान न केवल लेखक के अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि प्रकाशन प्रक्रिया को भी अधिक सुरक्षित और मान्य बनाता है।
1. 📖 ISBN (International Standard Book Number)
क्या है ISBN?
ISBN एक अंतरराष्ट्रीय मानक संख्या है जो प्रत्येक प्रकाशित पुस्तक को एक विशेष पहचान देती है। यह 13 अंकों की एक यूनिक संख्या होती है।
उद्देश्य:
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पुस्तक की पहचान और रिकॉर्ड के लिए।
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पुस्तकालय, प्रकाशक, वितरक और ऑनलाइन स्टोर (Amazon, Flipkart आदि) पर बिक्री हेतु आवश्यक।
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पुस्तक की एडिशन, संस्करण और भाषा के हिसाब से अलग-अलग ISBN दिए जाते हैं।
भारत में कहाँ से मिलता है?
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भारत में राजा राममोहन रॉय राष्ट्रीय शिक्षा संसाधन संस्थान (RRRLF), कोलकाता से मुफ्त ISBN मिलता है।
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आवेदन ऑनलाइन भी किया जा सकता है।
2. 📝 कॉपीराइट (Copyright)
क्या है कॉपीराइट?
कॉपीराइट एक कानूनी अधिकार है, जो किसी रचना (पुस्तक, लेख, कविता, कहानी, शोध, गीत, कला आदि) के लेखक/रचनाकार को मिलता है।
इसका अर्थ है कि उस रचना का उपयोग, प्रकाशन या पुनर्प्रकाशन केवल उसी की अनुमति से किया जा सकता है।
कॉपीराइट क्यों ज़रूरी है?
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लेखक की बौद्धिक संपत्ति की सुरक्षा करता है।
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बिना अनुमति कोई अन्य व्यक्ति आपकी रचना को छाप, कॉपी या बेच नहीं सकता।
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लेखक को आर्थिक लाभ और नैतिक अधिकार सुनिश्चित करता है।
भारत में कॉपीराइट की अवधि:
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लेखक के जीवनकाल + 60 वर्ष (मृत्यु के बाद) तक कॉपीराइट सुरक्षित रहता है।
कॉपीराइट कैसे प्राप्त करें?
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भारत सरकार के कॉपीराइट कार्यालय (Copyright Office, New Delhi) से आवेदन किया जाता है।
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ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है।
3. ⚖️ प्रकाशन के कानूनी पहलू
(क) अनुबंध (Publishing Agreement)
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लेखक और प्रकाशक के बीच अनुबंध किया जाता है।
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इसमें रॉयल्टी, अधिकार, प्रकाशन अवधि और वितरण की शर्तें होती हैं।
(ख) रॉयल्टी (Royalty)
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लेखक को पुस्तक की बिक्री पर निश्चित प्रतिशत (%) भुगतान किया जाता है।
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आमतौर पर यह 5% से 15% तक हो सकता है।
(ग) कानूनी जिम्मेदारियाँ
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पुस्तक की सामग्री किसी अन्य का कॉपीराइट उल्लंघन न करे।
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अश्लील, हिंसात्मक या विधि-विरुद्ध सामग्री न हो।
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पुस्तक/पत्रिका पर प्रकाशक का नाम, पता, संस्करण, वर्ष और ISBN अंकित होना अनिवार्य है।
✨ निष्कर्ष
प्रकाशन केवल लेखन और छपाई की प्रक्रिया नहीं, बल्कि इसमें कानूनी सुरक्षा भी उतनी ही आवश्यक है।
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ISBN पुस्तक को अंतरराष्ट्रीय पहचान देता है।
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कॉपीराइट लेखक की रचना और अधिकारों की रक्षा करता है।
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कानूनी पहलू प्रकाशक और लेखक दोनों के लिए पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
👉 यदि आप लेखक या प्रकाशक हैं, तो इन नियमों को समझना और अपनाना आपके लिए अनिवार्य है।
✍️ निर्मा प्रकाशन – आपके विचारों को सुरक्षित और मान्यता प्राप्त स्वरूप देने का माध्यम
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